Anupamaa बा आग बगुला होकर देगी अनुपमा को श्राप क्या शादी में होगा अपशकुन
पिछले एपिसोड में आपने देखा होगा कि अनुपमा के घर में आते ही महाभारत शुरू हो चुकी है।
पिछले एपिसोड में आपने देखा होगा कि अनुपमा के घर में आते ही महाभारत शुरू हो चुकी है।
घर मे सभी अनुज और अनुपमा के रिश्ते पर सवाल कर रहे है, पर अनुपमा सबको करारा जवाब देती है। अनुपमा सिरियल में अनुपमा की एंट्री शाह हाउस में जैसे ही होती है उसी वक्त लाइट चली जाती है।
घर मे सभी अनुज और अनुपमा के रिश्ते पर सवाल कर रहे है, पर अनुपमा सबको करारा जवाब देती है। अनुपमा सिरियल में अनुपमा की एंट्री शाह हाउस में जैसे ही होती है उसी वक्त लाइट चली जाती है।
सबसे पहले वनराज अनुपमा पर तंज कसता है। वनराज कहता है कि अनुपमा घर में आते ही बिजली चली गई। बिजली वापस आने पर अनुपमा वनराज को करारा जवाब देती है।
सबसे पहले वनराज अनुपमा पर तंज कसता है। वनराज कहता है कि अनुपमा घर में आते ही बिजली चली गई। बिजली वापस आने पर अनुपमा वनराज को करारा जवाब देती है।
अनुपमा एपिसोड में भी महाभारत का ही दूसरा हिस्सा दिखाया जाएगा। अनु लगातार अपने फैसले को सही साबित करने में लगी हैं।
अनुपमा एपिसोड में भी महाभारत का ही दूसरा हिस्सा दिखाया जाएगा। अनु लगातार अपने फैसले को सही साबित करने में लगी हैं।
अनुपमा इस सिरियल के आज के एपिसोड में देखने वाले है कि अनुपमा और अनुज की शादी को लेकर शाह हाउस पर महाभारत शुरू हुआ है।
अनुपमा इस सिरियल के आज के एपिसोड में देखने वाले है कि अनुपमा और अनुज की शादी को लेकर शाह हाउस पर महाभारत शुरू हुआ है।
वनराज समाज की फरियाद करता है, अनुपमा उसे कहती है कि समाज तो लोगो से बनता है और जैसे जैसे वे जीवन मे आगे बढ रहे है समाज भी प्रगति करेगा।
वनराज समाज की फरियाद करता है, अनुपमा उसे कहती है कि समाज तो लोगो से बनता है और जैसे जैसे वे जीवन मे आगे बढ रहे है समाज भी प्रगति करेगा।
अनुपमा सभी को साफ साफ कहती है, कि अनुज से शादी करके ही रहेगी चाहें कुछ भो हो जाये। अनुपम की यह बात सुनकर मामाजी, किंजल, समर और बापूजी तालिया बजाने लगते है।
अनुपमा सभी को साफ साफ कहती है, कि अनुज से शादी करके ही रहेगी चाहें कुछ भो हो जाये। अनुपम की यह बात सुनकर मामाजी, किंजल, समर और बापूजी तालिया बजाने लगते है।
इसी वक्त बापूजी कहते है कि मैंने अपने ससुर होने का फर्ज कभी पूरा नही किया लेकिन में एक बाप होने का फर्ज पूरा जरूर करूँगा। वे कहते कि की शाह हाउस से ही अनुपम की डोली विदा करेंगे।
इसी वक्त बापूजी कहते है कि मैंने अपने ससुर होने का फर्ज कभी पूरा नही किया लेकिन में एक बाप होने का फर्ज पूरा जरूर करूँगा। वे कहते कि की शाह हाउस से ही अनुपम की डोली विदा करेंगे।
इसी वक्त बापूजी कहते है कि मैंने अपने ससुर होने का फर्ज कभी पूरा नही किया लेकिन में एक बाप होने का फर्ज पूरा जरूर करूँगा। वे कहते कि की शाह हाउस से ही अनुपम की डोली विदा करेंगे।
इसी वक्त बापूजी कहते है कि मैंने अपने ससुर होने का फर्ज कभी पूरा नही किया लेकिन में एक बाप होने का फर्ज पूरा जरूर करूँगा। वे कहते कि की शाह हाउस से ही अनुपम की डोली विदा करेंगे।
अनुपमा यह सुनकर बैचैन हो जाती है और बाकी उसे शांत होने के लिए कहते है। बा अनुपमा को श्राप देकर चली जाती है और मामाजी आते है और समजाते है कि श्राप देते ही अनु कैसा महसूस कर रही है।
अनुपमा यह सुनकर बैचैन हो जाती है और बाकी उसे शांत होने के लिए कहते है। बा अनुपमा को श्राप देकर चली जाती है और मामाजी आते है और समजाते है कि श्राप देते ही अनु कैसा महसूस कर रही है।