हेलो दोस्तों आज में आपको बंगाल टाइगर के बारे में बताओ इसके बारे में पूरी जानकारी बताने वाला हु। बंगाल टाइगर भारत में कई सारे क्षेत्रों में पाए जाते है। भारत के साथ कई देशों में भी बंगाल टाइगर की प्रजाति पाई जाती है।आज हम आपको बंगाल टाइगर का व्यवहार, क्या खाते है और रोचक तथ्य के बारे में पूरी जानकारी बताएंगे, तो दोस्तों चलिये बंगाल टाइगर के बारे में बताओ इसके बारे में पूरी जानकारी जान लेते है।
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बंगाल टाइगर के बारे में बताओ
बंगाल टाइगर मुख्य रूप से (पेंथेरा टाइग्रिस टाइग्रिस) एशियाई बाघ की उपप्रजाति है। बंगाल टाइगर यह भारत का सबसे बढ़े बिल्ली परिवार का सबसे बढ़ा शक्तिशाली और उग्र सदस्य है। भारत में साल 1972 में बंगाल टाइगर को भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया था।
बंगाल टाइगर की कोट का कलर पिला होने के साथ हल्के नारंगी रंग के होते है, उसपर गहरे भूरे और काले रंग की धारियाँ है और भूरे पीले रंग की आँखे है। टाइगर की कोट पर धारियाँ टाइगर की पहचान होती है। हर एक बंगाल टाइगर की कोट पर धारियाँ अलग होती है, जैसे कि मनुष्य की उंगलियों के निशान हर एक के अलग होते है। आपने नेशनल पार्क पर कई बार टाइगर देखे होंगे उनपर अलग अलग पट्टी पैटर्न होते है।
बांग्लादेश में सुंदरबन यह दुनिया का सबसे बड़ा मैंग्रोव जंगल है। यह जंगल बांग्लादेश के बालेश्वर नदी से लेकर भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के हुगली नदी तक स्थित है। सुंदरबन में बंगाल टाइगर ऊपरी जंगलों में पाए जाते है। सुंदरबन मैंग्रोव क्षेत्र मुख्य रूप से बंगाल टाइगर के लिए जाना जाता है।
Name | Bengal Tiger |
Family | Falidae |
Sub-Family | Pantharienae |
Genus | Panthera |
Class | Mammalia |
Order | carnivora |
Sub Order | Feliformia |
Total Population | 3167 in the year 2023 |
Size | Male up to 3 m and female up to 2.7 m |
Life | Age15 to 18 |
Weight | Male 225 Kg and Female 135 Kg |
Speed | 60 km per hour |
बंगाल टाइगर का व्यवहार कैसा रहता है?
आमतौर पर बंगाल टाइगर अकेले में रहना पसंद करते है और साथ ही वे शांत रहते है। हालांकि बंगाल टाइगर यात्रा करते वक्त वे अपना एक समूह बनाकर चलते है। नर बंगाल टाइगर अपने मूल आवास के क्षेत्रों को बहुत बड़ा रखते है जब कि मादा बंगाल टाइगर अपने मूल आवास के क्षेत्रों को कम रखते है।
बंगाल टाइगर क्या खाते है?
आम तौर पर बंगाल टाइगर मांसाहारी होते है। बंगाल टाइगर शाकाहारी जानवरों का शिकार करते है वे हरिण, सुअर, बकरियां आदि का शिकार करते है। जब भी वे शिकार करते है पीछे से छुपके से हमले का शिकार करते है। बंगाल टाइगर पूरे दिन में 30 किलोग्राम तक मांस खा सकता है और हफ़्तों तक बिना भोजन के रह सकता है।
निष्कर्ष
तो दोस्तो उम्मीद है कि आपको बंगाल टाइगर के बारे में बताओ इसके बारे में पूरी जानकारी पता चल गयीं। बंगाल टाइगर को भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। भारत में बंगाल टाइगर को डाक टिकट और भारतीय मुद्रा के नोटों पर चित्रित किया गया है। आप हमारे बंगाल टाइगर के बारे में बताओ इस ब्लॉग पोस्ट को पढ़ने के आपका बहुत धन्यवाद आपको यह ब्लॉग कैसा लगा नीचे कमेंट में जरूर बताना।
FAQs बंगाल टाइगर के बारे में बताओ
बंगाल टाइगर के बारे में बताओ?
बंगाल टाइगर एशियाई बाघ की उपप्रजाति है। बंगाल टाइगर भारत और बंलादेश का राष्ट्रीय पशु है। यह भारत का सबसे बड़े बिल्ली परिवार का सदस्य है और बहुत शक्तिशाली और उग्र है।
बंगाल टाइगर के बारे में विशेषताएं क्या है?
प्रत्येक बंगाल टाइगर की कोट पर गहरे भूरे से काले रंग की धारियाँ होती है, जो कि दूसरे से अलग होती है।
कौन सा क्षेत्र बंगाल टाइगर के लिए प्रसिद्ध है?
बंगाल टाइगर के लिए सुंदरबन क्षेत्र प्रसिद्ध है। यह दुनिया का सबसे बड़ा मैंग्रोव फारेस्ट है।
रॉयल बंगाल टाइगर कहाँ पाए जाते है?
रॉयल बंगाल टाइगर को सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश राज्य के पेंच टाइगर रिज़र्व में पाया जाते है और उत्तराखंड राज्य के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में पाए जाते है।
भारत में कितने बंगाल टाइगर है?
भारत में साल 2023 में बंगाल टाइगर की कुल संख्या 3167 जारी की गई है।