आसमान के ऊपर कौन रहता है – जानिए असली सच्चाई

Rate this post

हेलो दोस्तों आज में आपको आसमान के ऊपर कौन रहता है इसके बारे में पूरी जानकारी बताने वाला हु। आसमान को आप पहले से ही देख चुके हो। इसी आसमान को देखकर आपके मन में यह सवाल आता होगा कि आखिर आसमान के ऊपर कौन रहता है। इस सवाल का जवाब हम इस ब्लॉग में देने वाले है साथ ही आपको आसमान के बारे में कुछ जानकारी भी बताएंगे, तो दोस्तों चलिए आसमान के ऊपर कौन रहता है इसके बारे में पूरी जानकारी जान लेते है।

आसमान के ऊपर कौन रहता है

आसमान क्या है?

आसमान पृथ्वी के सतह से दिखने वाला दृश्य है, जिसमें वायुमंडल और बाहय अंतरिक्ष शामिल है। पृथ्वी की सतह से आसमान नीले रंग का दिखाई देता है बल्कि बाहय अंतरिक्ष में आसमान पृथ्वी की सतह से अलग दिखता है। आसमान का दूसरा नाम आकाश है, ऐसे कही सारे आसमान के नाम है। इस नील रंग के आसमान को “खगोलीय पिण्ड” भी कहते है।

आसमान के अन्य नाम

  • आकाश
  • गगन
  • नभ
  • अम्बर
  • व्योम
  • नीलाम्बर

आसमान के ऊपर कौन रहता है

हम सभी पृथ्वी की सतह पर रहते है, यह तो सभी को पता ही है। पर हमे यह सवाल आता है कि फिर आसमान के ऊपर कौन रहता है, जिसका सवाल है आसमान के ऊपर कोई नही रहता है। आसमान में कुछ भी नही होता है, यहां किसी भी प्रकार का जीव नही होता है। वास्तव में यह अनंत शून्य है, जिसमें कोई और छोर नही है। आसमान में कोई जीव नही रहता है, यह तो संभव है पर आसमान के ऊपर ग्रह, तारे, आकाशगंगा देखने को मिलेगी। इसके पहले हम यह जानते है की धरती से आसमान की दूरी कितनी है और आसमान के ऊपर क्या है यह भी जानते है।

धरती से आसमान की दूरी कितनी है

हमारी धरती यानी पृथ्वी के ऊपर देख रहे है वह नीले रंग का आसमान है। आसमान में कई सारे ऑब्जेक्ट जैसे सूर्य, चन्द्रमा, तारे आदि देखे जाते है, परन्तु यह आसमान से काफी दूर यानी कुछ प्रकाशवर्ष दूरी पर होते है। यदि हम धरती से आसमान की दूरी देखे, तो यह 149.6 मिलियन किलोमीटर होती है।

आसमान के ऊपर क्या है

आसमान के ऊपर हमें कई सारे ऑब्जेक्ट देखने को मिलता है, जैसे सूर्य, चन्द्रमा, तारे, आठ ग्रह, उपग्रह और कुछ अन्य खगोलीय पिण्ड है। इन खगोलीय पिण्ड को ‛शुद्धग्रह’ और ‛उल्कापिंड’ नाम से जाना जाता है। हमारे पृथ्वी से दूर के ग्रह को दुर्बिन की सहायता से देखे जाता है। चलो हम इन सभी को विस्तार से जान लेते है।

सूर्य (Sun)

Sun

सूर्य एक तारा है, जिसे सूरज भी कहा जाता है। सूर्य के चारो तरफ पृथ्वी और सौरमंडल के अन्य ग्रह घूमते है। जैसे कि हम धरती की सतह से सूर्य को देखते है तो छोटा दिखाई देता है असल मे सूर्य काफी बड़ा तारा हैं। सूर्य हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा पिंडो में से एक है। इसका व्यास 13 लाख 90 हजार किमी है, जो पृथ्वी के मुकाबले 109 गुना ज्यादा है। सूर्य में ऊर्जा भरपूर मात्रा में पाई जाती है, जिसमे हाइड्रोजन और हीलियम से भरा एक विशाल तारा है।

चन्द्रमा (Moon)

Moon

हम रात के समय ऊपर आसमान की तरफ चन्द्रमा को देखते है वह पृथ्वी का प्राकुतिक उपग्रह है। चन्द्रमा रात के समय चमकता हुआ दिखाई देता है, वह असल मे सूर्य के प्रकाश से चमकता है। चन्द्रमा पृथ्वी के चारों तरफ 27 दिन और 6 घंटे में पूरा चक्कर लगाता है। इसी के साथ यह अपने अक्ष के चारों तरफ 27.3 दिन में चक्कर भी लगाता है। आपको बात दे कि पृथ्वी से चन्द्रमा की दूरी लगभग 384000 किमी है।

तारे (Stars)

Stars

तारे यह दिखने बहुत सुंदर लगते है। तारों को हम बचपन से देखते आ रहे है, जो आसमान में रात के समय टिमटिमाते रहते है। तारे असल में बहुत बड़े आकार के और गर्म होते है। यह तारे विशाल होने के साथ गैस के बने होते है। इन तारो में अपनी ऊर्जा रहती है, जिससे बहुत बड़ी मात्रा में उसर्जित करते रहते है। इस प्रकार के खगोलीय पिण्ड को ‛तारा’ कहते है। हम धरती से तारों को देखते है वह अत्याधिक दूरी होने से हमे यह बिंदु के रूप में दिखाई देते है।

ग्रह (Planet)

Planet

हमारे सौर मंडल में पृथ्वी की तरह कुल आठ ग्रह है। बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून यह आठ ग्रह हमारे सौरमंडल में है। खगोलीय पिण्ड को ग्रह नाम मे शामिल होने के लिए वह सूर्य या किसी अन्य तारो की चारों ओर परिक्रमा करता है, तभी उसे ‛ग्रह’ कहा जाता है। इसके अलावा सीरीस, एरिस और प्लूटो यह बौने ग्रह भी है, जो किसी अन्य ग्रह की परिक्रमा नही करते है। यह सभी ग्रह धरती से धरती से दुर्बिन की सहायता से दिखने में छोटे लगते पर यह बहुत विशाल ग्रह होते है, क्योंकि यह पृथ्वी से बहुत दूरी पर होते है।

आकाशगंगा (Galaxy)

Galaxy

हमारी गैलेक्सी को संस्कृत भाषा मे आकाशगंगा कहते है, जिसमें पृथ्वी और हमारा सौरमंडल है। आकाशगंगा का आकार एक सर्पिल कि तरह है। आकाशगंगा का चक्र व्यास लगभग 1 लाख प्रकाशवर्ष और मोटाई 1 हजार प्रकाशवर्ष है। वैज्ञानिकों के अनुसार अनुमान लगाया है कि आकाशगंगा में 100 अरब तारे है। आकाशगंगा यह बहुत बड़ी है और इसका रूप विशालकाय है। इसमें हमारे सौरमंडल के साथ धूल के कणों और बहुत सारी गैसों का संयोजन है।

निष्कर्ष

तो दोस्तो उम्मीद है कि आपको आसमान के ऊपर कौन रहता है इसके बारे में पूरी जानकारी पता चल गयीं। आसमान के ऊपर तो कोई नही रहता है बल्कि आसमान के ऊपर आपको बहुत सारे ऑब्जेक्ट होते है इसलिए हमने आपको आसमान के ऊपर क्या है इसकी जानकारी दी है। आप हमारे आसमान के ऊपर कौन रहता है इस ब्लॉग पोस्ट को पढ़ने के आपका बहुत धन्यवाद आपको यह ब्लॉग कैसा लगा नीचे कमेंट में जरूर बताना।

FAQs आसमान के ऊपर कौन रहता है

आसमान क्या है?

आसमान एक ऐसा नीले रंग का दृक्ष है, जिसमें वायुमंडल और बाह्य अंतरिक्ष शामिल है।

आसमान के ऊपर कौन रहता है?

आसमान के ऊपर कोई जीव नही रहता है। बल्कि आसमान में कुछ भी नही होता है, यह सिर्फ अनंत शून्य है।

आसमान के ऊपर क्या है?

आसमान के ऊपर यानी बाह्य अंतरिक्ष में सूर्य, चन्द्रमा, ग्रह, उपग्रह, तारे और कुछ अन्य खगोलीय पिण्ड हमारे सौरमंडल है।

धरती से आसमान की दूरी कितनी है?

पृथ्वी यानी धरती से आसमान की दूरी लगभग 149.6 मिलियन किलोमीटर है।

Leave a Comment